बुंदेलखंड राज्य के टीकमगढ़ रियासत में एक ऊँची सी हवेली थी, जिसके दुमंजिला झरोखे पर बैठी एक अनिंद्य सुंदरी, हवेली के सामने बने मुख्य मार्ग से आते-जाते लोगों को निहारती और उन्हें अपने पास आने का आग्रह करती थी। "ओ लाला! तनिक इते तौ आऔ, हमाये जूड़ा कौ गुलाब गिर गऔ है ड्यौढ़ी पै, उठायैं तौ ल्याईऔ।" झरोखे पर बैठी उस सुंदरी को देख, हर कोई मंत्र-मुग्ध हो जाता। वही आकर्षण उन्हें गुलाब उठा कर हवेली में चले आने पर विवश करता। फिर वहाँ से कभी कोई लौट के वापस नहीं आता। अपने गुलाब के लिए, आवाज़ लगाती हुई उस सुंदरी का नाम था, मल्लिका
Publisher : FlyDreams Publications; Second edition (15 August 2019); Language : Hindi Paperback : 147 pages ISBN-13 : 978-8193952597 Dimensions : 12.9 x 1.3 x 19.8 cm Country of Origin : India